कोटा । जेईई मेन्स की परीक्षा के बीच कोटा बुधवार को कोटा में दो कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या कर ली। यह इस साल का छठा सुसाइड केस है। जनवरी के 22 दिन में कोटा में 6 छात्रों ने आत्महत्या की है। इससे कोटा की कोचिंग इंडस्ट्री के साथ-साथ कोटा प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार कोटा के जवाहर नगर थाना इलाके के महावीर नगर फर्स्ट क्षेत्र में एक कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। इससे पहले बुधवार को ही जवाहर नगर थाना इलाके में गुजरात की एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
कोटा में बुधवार को सुसाइड करने वाले दूसरे बच्चे की पहचान असम के नागांव निवासी पराग के रूप में हुई है। पराग जेईई मेन्स की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने बच्चे के परिजनों को मामले की सूचना दे दी है।
गुजरात की रहने वाली छात्रा का नाम अफ्शा शेख है। वो अहमदाबाद की रहने वाली थी। अफ्शा 6 महीने पहले ही कोटा आई थी और राजीव नगर इलाके में स्थित एक हॉस्टल में रहकर एनईईटी एग्जाम की तैयारी कर रही थी। आज उसका शव हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटका मिला, जिसे पुलिस ने एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
पुलिस अभी अफ्शा की सुसाइड मामले की जांच ही कर रही थी कि कोटा के महावीर नगर फर्स्ट क्षेत्र में एक और कोचिंग छात्र पराग ने सुसाइड कर लिया। इस तरह बुधवार को एक ही दिन में दो छात्रों ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। दूसरी ओर बुधवार से ही इंजीनियरिंग में एडमिशन की जेईई मेन्स परीक्षा शुरू हुई है। यह परीक्षा तीन दिन तक चलेगी। इस परीक्षा के पहले ही दिन कोटा में दो छात्रों ने खुदकुशी कर ली।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोटा के जवाहर नगर थाना इलाके में महावीर नगर क्षेत्र में हॉस्टल में रह रहे असम के नागांव निवासी छात्र पराग ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही जवाहर नगर थाना पुलिस छात्र को फंदे से उतार कर निजी अस्पताल लेकर पहुंची जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
पुलिस से मिली शुरुआती जानकारी के मुताबिक छात्र 2 साल से कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। 27 जनवरी को छात्र का जेईई का एग्जाम था।
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