चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदप्रयाग घाट से आगे मुख गांव में बादल फटने की घटना ने प्रशासन और स्थानीय लोगों में चिंता बढ़ा दी है। घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम तत्काल मौके पर रवाना हो गई।
स्थानीय प्रशासन स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है और राहत व बचाव कार्य के लिए टीमें तैयार हैं। भारी बारिश के कारण क्षेत्र में भूस्खलन और संपत्ति के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन, नई दिल्ली ने बाढ़ के खतरे का पूर्वानुमान जारी किया है।
इसके बाद राज्य आपातकालीन केंद्र ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
पत्र में कहा गया है कि सोमवार को अगले 24 घंटों में इन जिलों में भारी बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
प्रशासन से आवागमन पर नियंत्रण और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने को कहा गया है।स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करें। राहत कार्यों के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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