शिमला। मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी दर्ज की गई है। जबकि मध्य व निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है। चंबा, कुल्लू, शिमला, मंडी, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा व सिरमाैर जिले के ऊंचे इलाकों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। मनाली, अटल टनल रोहतांग, पांगी-भरमौर, शिमला के कुफरी व नारकंडा में भी बर्फबारी हुई। माैसम में आए बदलाव से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी शिमला में रात से रुक-रुककर बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज प्रदेश में पूरा दिन बारिश-बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। अटल टनल से स्टे तेलिंग गांव में बर्फबारी के साथ बर्फीला तूफान भी चला। शिमला के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। कुफरी, नारकंडा, चौपाल के खिड़की में ताजा बर्फबारी के बाद वाहनों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई है। इससे कई रूट प्रभावित हुए है। कुफरी में फिसलन के कारण कई वाहन फंसने की सूचना है। रामपुर के लिए वाहनों और बसों को वाया सैंज भेजा जा रहा है। वहीं बिलासपुर में करीब डेढ़ माह बाद ओलो के साथ जमकर बारिश हुई। इस बारिश से गेहूं सहित अन्य फसलों को संजीवनी मिली है।
चंबा में 10 मार्गों पर यातायात
चंबा जिला के ऊपरी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी और निचले क्षेत्रों बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बर्फबारी और बारिश से जिले के 10 मार्गों पर यातायात ठप है। इस कारण अपने गंतव्य की ओर जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, सूचना मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग बंद पड़े मार्गों को बहाल करने के लिए जुट गया है। जिले में होने वाली बर्फबारी और बारिश से किसानों और बागवानों के चेहरों पर रौनक लौटी है। किसानों-बागवानों में राकेश कुमार, संजीव कुमार, दिलीप कुमार, प्रमोद ने बताया कि सेब की पैदावार के लिए बर्फबारी और अत्यंत ठंडा मौसम अधिक अनिवार्य है। जिला के भरमौर, पांगी के ऊपरी क्षेत्रों में पांच इंच, चंबा जोत मार्ग पर चार से छह इंच, लक्कड़मंडी, डैंनकुंड सहित पांगी की ऊपरी चोटियों में पांच से आठ इंच तक ताजा हिमपात हुआ है।
मनाली व आसपास के इलाकों में सुबह से ही बर्फबारी जारी है। सोलंगनाला और अटल टनल में भी जमकर बर्फबारी हुई है। ऐसे में अटल टनल पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है। मनाली से पर्यटक वाहनों को सिर्फ नेहरूकुंड तक जाने दिया जा रहा है। इससे आगे सोलंगनाला तक सिर्फ फोर बाई फोर वाहन ही भेजे जा रहे हैं।
जिला कांगड़ा में गुरुवार से शुरू होने वाली प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया बारिश के चलते शुरू नहीं हो पाई। आज बारिश के कारण भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करना पड़ा। अब 20 फरवरी को बुलाए गए अभ्यर्थियों को रिजर्व डे में 7 मार्च को बुलाया गया है। गुरुवार तड़के ही पुलिस मैदान के पास जिला भर से अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने को पहुंच गए थे। सुबह सात बजे प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन बारिश के कारण प्रक्रिया को शुरू ही नहीं किया जा सका। लगातार जारी बारिश के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से भर्ती स्थगित करने का एलान किया गया। साथ ही अभ्यर्थियों को 7 मार्च को बुलाया गया। वहीं, शुक्रवार को मौसम साफ रहता है तो निर्धारित समय के अनुसार ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। उधर, एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि बारिश के चलते भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। अभ्यर्थियों को 7 मार्च को बुलाया गया है।
कहां कितनी बारिश-बर्फबारी
संगड़ाह में 10.0, बैजनाथ 9.1, गोहर 9.0, कटौला 8.4, ब्राह्मणी 8.2, मैहरे बड़सर, ठियोग, ओलिंडा और ऊना में 8.0, कांगड़ा-गुलेर 7.8, पालमपुर 7.4, नगरोटा सूरियां 7.2, जोगिंद्रनगर 7.0, सुजानपुर टीहरा, धर्मशाला और बिलासपुर में 6.8, भरमौर 6.7, सुंदरनगर 6.0, नादौन 5.5 मंडी 5.4, मनाली 5.0 व चौपाल में 4.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं शिलारू में 5.0, गोंदला 3.0, कल्पा1.3 व सांगला में 0.3 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
बर्फबारी ने मंडी जिले की सबसे ऊंची चोटी शिकारी देवी, कमरूनाग और शैटाधार ने सफेद चादर ओढ़ ली है। पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से किसानों, बागवानों, पर्यटकों और सैलानियों समेत देव समाज के लोगों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। निचले इलाकों में बारिश से गेहूं और मटर को संजीवनी मिली है। एसडीएम लक्ष्मण सिंह कनेट ने लोगों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है।
ऊना जिले में देर रात से हो रही हल्की बारिश से मौसम में फिर से थोड़ी ठंडक महसूस होने लगी है। गेहूं, सरसों सहित अन्य फसलें भी कोहरे के कहर से पीली पड़ने लगी थीं। बारिश होने से राहत मिलेगी। किसानों में करतार चंद, राधेश्याम, विजय रजादा, जोगिंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, मुनीश ठाकुर, अशोक कुमार संजीव कुमार सहित अन्य किसानों का कहना है कि यह बारिश गेहूं सरसों सहित अन्य फसलों के लिए बहुत जरूरी थी।
दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और अन्य क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई है। चंबा, कुल्लू, शिमला, मंडी, किन्नाैर, लाहाैल-स्पीति, कांगड़ा व सिरमाैर जिले के ऊंचे इलाकों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। माैसम विभाग ने राज्य के कई भागों में आगामी छह दिनों तक बारिश-बर्फबारी का दाैर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। इससे तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 15 घंटों में बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, ऊना में कुछ स्थानों पर अंधड़ के साथ कुछ स्थानों तेज बारिश की संभावना जताई है। इसको देखते हुए लोगों के लिए विभाग की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है। इसके अनुसार इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद करें, अपने घर में बुनियादी आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक रखें व जब तक आवश्यक न हो बाहर निकलने से बचें। विभाग के अनुसार 20 फरवरी को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी तथा एक या दो बार भारी बारिश होने की संभावना है। 21, 22 और 24 फरवरी को लाहौल-स्पीति, किन्नौर जिलों सहित चंबा, कांगड़ा और कुल्लू के ऊंचे क्षेत्रों में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। 25 फरवरी को राज्य के कुछ स्थानों पर तथा 26 फरवरी को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 23 फरवरी 2025 को मौसम शुष्क रहने की संभावना है।


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