देहरादून। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा शनिवार, 5 जुलाई को समाप्त हो गई।
राज्य के 12 जिलों में नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन उम्मीदवारों में उत्साह देखा गया, लेकिन ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए नामांकन की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, जिसके चलते कई पद रिक्त रहने की संभावना है।
राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पहले तीन दिनों (2-4 जुलाई) में कुल 66,418 पदों के लिए 32,239 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। इनमें ग्राम प्रधान के 7,499 पदों के लिए 15,917 नामांकन आए, जो सबसे अधिक हैं। वहीं, ग्राम पंचायत सदस्य के 55,587 पदों के लिए केवल 7,235 नामांकन दर्ज हुए। शनिवार को भी इस पद के लिए नामांकन में कोई खास बढ़ोतरी नहीं देखी गई।
क्षेत्र पंचायत सदस्य (2,974 पद) और जिला पंचायत सदस्य (358 पद) के लिए भी नामांकन हुए, लेकिन अंतिम दिन के सटीक आंकड़े खबर लिखे जाने तक उपलब्ध नहीं थे।आयोग के मुताबिक, नामांकन पत्रों की जांच 7 से 9 जुलाई तक होगी। इसके बाद 10 और 11 जुलाई को पहले और दूसरे चरण के लिए नाम वापसी का अवसर मिलेगा।
पहले चरण के लिए चुनाव चिह्नों का आवंटन 14 जुलाई को किया जाएगा। चुनाव दो चरणों में 24 और 28 जुलाई को होंगे, जबकि मतगणना 31 जुलाई को होगी।
कम नामांकन के कारण कई ग्राम पंचायत सदस्य पदों के रिक्त रहने की आशंका ने स्थानीय स्तर पर चर्चा को जन्म दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी और अन्य प्रशासनिक चुनौतियां इसकी वजह हो सकती हैं। हालांकि राज्य चुनाव आयोग की ओर से अंतिम फीगर अभी जारी नहीं किया गया है।
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