सोलन। परवाणू पुलिस थाने में डिजीटल अरेस्ट करके एक व्यक्ति से सात लाख पचास हजार रुपये हड़पने के दूसरे मामले में पुलिस ने केरल से एक आरोपी को पकड़ा है। उससे पचास हजार रुपये की बरामदगी भी की गई है।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार 3 दिसंबर 2024 को परवाणू के सकेटर पांच में किराये के मकान में रहने वाले मूल रूप से मंडी जिले के करसोग निवासी धर्मदास पुलिस थाना परवाणू में तहरीर देकर बताया था कि 2 नवंबर को उसेसके मोबाइल फोन पर किसी अन्जान व्यक्ति ने फोन करके बताया कि इनका पार्सल आया है। जिसमें कुछ अवैध सामग्री है। फोन करने वाले ने इन्हें उक्त पार्सल में इनके नाम से आई अवैध सामग्री के एवज में जेल में भेजने की धमकी दी। साथ ही इससे बचने के लिये जुर्माना भरने को भी कहा। उपरोक्त धमकी भरे फोन से यह डर गये व इस अन्जान व्यक्ति के कहने पर इन्होंने उसे अपने बैंक की पासबुक की फोटो भेज दी। इसके बाद उसके मोबाईल पर आये ओटीपी को भी इस अन्जान व्यक्ति से साझा कर दिया। जिसके बाद उसके बैंक खाते से करीब 7 लाख 50 हजार रुपये कट गये ।
पुलिस थाना परवाणू में इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। मामले की जांच के दौरान पुलिस थाना परवाणू की टीम ने संदिग्ध बैंक खातों की डिटेल, मोबाईल डेटा तथा अन्य साइबर साक्ष्यों का विश्लेषण किया। जिसके आधार पर पुलिस थाना परवाणू की टीम द्वारा केरल राज्य में जाकर साईबर ठगी की इस वारदात में संलिप्त एक आरोपी 51 वर्षीय मनीकुट्टन को पकड़कर कल सोलन लाया गया। आरोपी से शिकायतकर्ता से ठगी गई उक्त राशी में से 50 हजार रुपए बरामद कर लिए गए है।
एसपी ने बताया कि बाकी राशि की बरामदगी की जा रही है। इस मामले की जांच के दौरान पाया गया है कि आरोपी ने माह नवम्बर 2024 में शिकायतकर्ता से धोखाधड़ी पूर्वक महाराष्ट्र के पुणे के एक फाईनेंस कंपनी के खाता में भी पैसे डलवाये थे। उक्त खाता से शिकायतकर्ता से ठगी गई राशि में से पचास हजार रुपये आरोपी के खाते में जमा होने पाये गये। जांच के दौरान उक्त आरोपी से यह राशि बरामद कर ली गई है। मामले की जांच जारी है ।
उहोंने बताया कि परवाणू थाने में अभी तक डिजिटल अरेस्ट के दो मामले दर्ज हुए थे जिन दोनों मामलों को सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे ठगी की राशि भी बरामद की गई है।
एसपी गौरव सिंह ने सोलन पुलिस सभी लोगों से आग्रह किया है कि साइबर ठगी के प्रति जागरूक रहें और फ़ोन पर किसी भी प्रकार की बैंक अकाउंटया ओटीपी अथ्पर अन्य सेंसिटिव जानकारी साझा करने से बचें। उन्होंने कहा है कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा धमकी या ब्लैकमेल या गिरफ़्तारी का डर दिखाकर पैसा लूटने की कोशिश करने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। जिससे आरोपी के ख़िलाफ़ त्वरित कार्रवाई की जा सके।
So sad, homage and tributes to departed soul.
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