रुद्रपुर। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय में अश्लील वीडियो प्रकरण की जांच महिला दरोगा को सौंपी गई है। इस मामले में कुछ पुलिस कर्मियों पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। विदित रहे की देहरादून शोध के लिए पंतनगर यूनिवर्सिटी गई शोधछात्राओं के बाथरूम के फोटो खींचने और वीडियो बनाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
देहरादून के एक विश्वविद्यालय की शोध छात्रा ने दून के गढ़ी कैंट थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी। इसे पंतनगर थाने को ट्रांसफर किया गया था। शोध छात्रा ने बताया कि वह अपनी दो महिला साथी सहित पांच लोगों संग दो जनवरी को पंतनगर क्षेत्र में वैज्ञानिक कार्यों के लिए आई थी। उनके ठहरने की व्यवस्था पंतनगर विवि के अंतरराष्ट्रीय विश्राम गृह में थी। वह अपनी दो महिला साथियों के साथ कमरा नंबर 10 में ठहरी थी।
तीन जनवरी की शाम कमरे के वॉशरूम की वेंटिलेशन विंडो से किसी व्यक्ति को मोबाइल से वीडियो बनाते देखा गया था। छानबीन की तो युवक की पहचान गेस्ट हाउस के पहले मंजिल पर रहने वाले आरोपी गुरुदत्त के रूप में हुई थी। उसके मोबाइल पर वॉशरूम में बनाए गए वीडियो के साथ कई आपित्तजनक, अश्लील वीडियो भी मिले थे।
आरोपी ने अपनी हरकत स्वीकार कर माफी मांगना शुरू कर दिया था। मामले की जानकारी पता चलने पर पुलिसकर्मियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अतिथि गृह के प्रभारी डॉ. मोहन सिंह मौके पर पहुंचे। शोध छात्राओं का कहना है कि इन लोगों ने आरोपी को नाबालिग बताते हुए उसे माफ करने की सलाह दी थी। पीड़ित छात्राओं ने बताया कि पुलिस, आरोपी के परिवार और डॉ. मोहन सिंह के दबाव में गुरुदत्त के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने की बात लिखकर देनी पड़ी थी। पुलिस ने गुरुदत्त के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
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