पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में एक अमेरिकी नागरिक को बिना वीजा के नेपाल सीमा पार करने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 24 अप्रैल 2025 की रात को सामने आई, जब स्थानीय लोगों की सतर्कता के बाद पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं, और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार, पिथौरागढ़ के विण क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने एक संदिग्ध युवक को घूमते देखा, जो हिंदी बोलने में असमर्थ था। जब लोगों ने उससे पहचान पत्र और दस्तावेज मांगे, तो वह कोई वैध कागजात नहीं दिखा सका। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस की टीम, कोतवाल ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ में युवक ने अपना नाम हेनरी मिचेल पुत्र जेरेमी मिचेल बताया और स्वीकार किया कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका का नागरिक है।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हेनरी के पास भारत में रहने या प्रवेश करने के लिए कोई वैध दस्तावेज, जैसे पासपोर्ट या वीजा, नहीं था। वह अपनी नागरिकता और भारत में प्रवेश के तरीके के बारे में भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सका। पुलिस ने हेनरी के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की धारा-14 के तहत मुकदमा दर्ज किया। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पिथौरागढ़ की पुलिस अधीक्षक रेखा यादव ने बताया कि हेनरी झूलाघाट के रास्ते नेपाल सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था। इस घटना ने सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों की सतर्कता की सराहना की और जनता से अपील की कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की जानकारी तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें।
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को लेकर पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि हेनरी बिना वीजा के भारत कैसे पहुंचा और उसका मकसद क्या था। इस मामले में और खुलासों की संभावना जताई जा रही है।
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