नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर रविवार शाम नई दिल्ली में भारतीय सशस्त्र बलों ने एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। थल सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नौसेना के डीजी (नेवल ऑपरेशंस) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और वायु सेना के डीजी (एयर ऑपरेशंस) एयर मार्शल एके भारती ने पीपीटी के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों ने ऑपरेशन के दौरान आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के सबूत भी प्रस्तुत किए।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की क्रूर हत्या ने ऑपरेशन सिंदूर की नींव रखी। इस ऑपरेशन का एकमात्र उद्देश्य आतंकवाद के साजिशकर्ताओं और उनके ठिकानों को नष्ट करना था। उन्होंने बताया कि खुफिया एजेंसियों की पुष्टि के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में 9 आतंकी ठिकानों को चिह्नित किया गया। इनमें से 5 PoJK में और 4 पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ मुरीदके और जयश-ए-मोहम्मद का केंद्र बहावलपुर जैसे ठिकानों को नष्ट किया गया, जहां से अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकी निकले थे।
ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, जिसमें आईसी-814 अपहरण और पुलवामा हमले के साजिशकर्ता यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे बड़े आतंकी शामिल थे। घई ने स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तानी सेना या उनके बुनियादी ढांचे को। 7 मई को शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारतीय वायु सेना ने सटीक हथियारों का उपयोग किया, जबकि नौसेना ने समुद्री क्षेत्र में रक्षात्मक तैनाती के साथ पाकिस्तानी नौसेना को दबाव में रखा।
पाकिस्तान ने ऑपरेशन के बाद जवाबी कार्रवाई में ड्रोन और यूएवी हमले किए, जो 8 और 9 मई की रात श्रीनगर से गुजरात के नलिया तक फैले। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। एयर मार्शल भारती ने बताया कि पाकिस्तान ने लाहौर से ड्रोन हमले किए, जबकि उसी समय वहां से यात्री विमान उड़ान भर रहे थे, जो उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है। भारतीय सेना ने चनियान में पाकिस्तान के वायु रक्षा तंत्र को भी नष्ट किया।
पाकिस्तान ने 10 मई को शाम 5 बजे हुए सीजफायर समझौते का उल्लंघन करते हुए जम्मू क्षेत्र में गोलीबारी और ड्रोन हमले किए। घई ने कहा कि उनकी पाकिस्तानी समकक्ष से 10 मई को 3:35 बजे बात हुई थी, और सोमवार दोपहर 12 बजे फिर बात होगी। सेना प्रमुख ने पश्चिमी सीमा पर कमांडरों को किसी भी उल्लंघन का कड़ा जवाब देने की खुली छूट दी है। पाकिस्तानी सेना ने 7 से 10 मई के बीच 35-40 सैनिक खोए, जबकि भारत को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत शिव तांडव की धुन से हुई, जो भारत की दृढ़ता का प्रतीक थी। अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई रणनीति का हिस्सा है। सरकार ने स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी आतंकी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
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