नई दिल्ली। पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर समझौते का उल्लंघन कर भारत के साथ तनाव बढ़ा दिया है। सरकारी सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि 10 मई को दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में द्विपक्षीय सहमति को तोड़ा। इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू किया गया, जबकि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी ड्रोनों को रोकने में सफलता हासिल की।
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा और उधमपुर में ब्लैकआउट के बीच भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तानी ड्रोनों को रोका। ड्रोनों को नष्ट करने के दौरान आसमान में लाल धारियां दिखाई दीं और जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं। श्रीनगर में भी धमाकों की गूंज सुनाई दी, जिसके बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर स्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “संघर्ष विराम को क्या हो गया? श्रीनगर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं।”
पंजाब के 10 जिलों, विशेष रूप से फिरोजपुर और पठानकोट, में ब्लैकआउट लागू किया गया। अमृतसर के उपायुक्त ने नागरिकों से अलर्ट रहने और ब्लैकआउट का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह सावधानी के तौर पर किया जा रहा है। पटाखे न जलाएं और घरों में रहें। हमने पहले भी इसका अभ्यास किया है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं।”
गुजरात के कच्छ में भी कई ड्रोनों के दिखने की खबरें आईं, जिसके बाद पूरे शहर में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने नागरिकों से शांति और संयम बनाए रखने का अनुरोध किया। राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर में भी ब्लैकआउट की स्थिति रही, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव का माहौल बना हुआ है।
भारतीय वायु सेना और सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ड्रोनों को नाकाम किया, जिससे किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, सीजफायर उल्लंघन ने सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और गहरा सकती है। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं। सरकार ने जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का आग्रह किया है।
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