अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा बस स्टेशन पर सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया, जब बरेली से आ रही बागेश्वर डिपो की रोडवेज बस के इंजन में अचानक आग लग गई। बस के बोनट से धुआं उठते ही अफरा-तफरी मच गई, लेकिन गनीमत रही कि सभी 12 यात्री पहले ही उतर चुके थे। चालक-परिचालक और स्थानीय लोगों की तत्परता से आग पर काबू पाया गया, जिससे बड़ा नुकसान टल गया।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बस (यूके 07 पीए-4216) दोपहर करीब एक बजे बरेली से अल्मोड़ा बस अड्डे पर पहुंची। यात्रियों के उतरते ही चालक-परिचालक नीचे उतरने की तैयारी कर रहे थे कि तभी बोनट से धुआं उठने लगा। देखते ही देखते आग की लपटें भड़क उठीं। चालक-परिचालक ने तुरंत बस में मौजूद अग्निशमन यंत्र का इस्तेमाल शुरू किया और शोर मचाकर मदद मांगी। आसपास के लोग दौड़कर आए और बाल्टियों में पानी डालकर आग बुझाने में जुट गए। काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया। आग से बस का इंजन पूरी तरह जल गया, लेकिन बस की शेष बॉडी को बचा लिया गया।
प्रारंभिक जांच में आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। बागेश्वर डिपो के फोरमैन अनिल सिंह ने बताया कि यात्रियों के उतरने के बाद बस को स्टार्ट करने के लिए सेल्फ लेते समय बोनट में शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे आग लगी। उन्होंने कहा कि अग्निशमन यंत्र और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। मामले की जांच के लिए इलेक्ट्रीशियन को आवश्यक सामान के साथ अल्मोड़ा भेजा गया है।
इस घटना ने बसों की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों ने परिवहन निगम से पुरानी बसों की नियमित जांच और अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है। यात्रियों ने चालक-परिचालक की सूझबूझ और स्थानीय लोगों की मदद की सराहना की, जिनकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। परिवहन निगम ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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