अल्मोड़ा। नगर क्षेत्र में बाहरी जनपदों से लाकर छोड़े जा रहे बंदरों की समस्या ने जनसुरक्षा को खतरे में डाल रखा है। इस मुद्दे को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने लंबे समय से प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की है। उनके अथक प्रयासों के बाद वन विभाग ने अब सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत पुलिस थानों और चेकपोस्टों को बाहरी क्षेत्रों से बंदरों को लाने वालों पर निगरानी और कानूनी कार्रवाई करने को कहा गया है।
संजय पाण्डे ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष कई बार उठाया, लेकिन ठोस कार्रवाई के अभाव में यह समस्या विकराल हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और वन्य जीव संघर्ष हेल्पलाइन 1926 पर शिकायत दर्ज की, साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय को दो ज्ञापन सौंपे। इसके बावजूद केवल औपचारिक आश्वासन मिले। पूर्व जिलाधिकारी वंदना सिंह के कार्यकाल में उनके प्रयासों से कुछ समय के लिए बंदरों की आवाजाही रुकी थी, लेकिन प्रभावी अमल न होने से समस्या फिर उभर आई।
हाल ही में संजय पर हुए जानलेवा हमले के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इस मुद्दे पर और सख्ती से आवाज उठाई। उनके दबाव के चलते वन विभाग ने पहली बार स्पष्ट निर्देश जारी किए, जिसमें संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया गया।
संजय ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे कानूनी रास्ता अपनाएंगे। उन्होंने मांग की कि वन विभाग, नगर निगम और पुलिस विभाग मिलकर समन्वित कार्रवाई करें और सभी सीमा चौकियों पर सख्त निगरानी सुनिश्चित करें।


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