सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। कंडाघाट पुलिस ने नशा तस्करी के मामले में तीसरे आरोपी अश्वनी कुमार (29) को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मंडी जिले के करसोग तहसील के मलोग गांव निवासी अश्वनी कुमार के रूप में हुई है। उसे आज न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस उसके पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है और मामले की तहकीकात जारी है।
यह कार्रवाई 23 मई को शुरू हुई थी, जब जिला पुलिस की विशेष अन्वेषण इकाई को गुप्त सूचना मिली थी कि कंडाघाट क्षेत्र में फोरलेन के पास एक ढाबे के समीप स्विफ्ट कार में सवार दो युवक, तेन्जीन गेशे नेगी (29) और अंकित (25), भारी मात्रा में चिट्टा/हेरोइन की तस्करी के इरादे से मौजूद हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को 10 ग्राम से अधिक चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। तेन्जीन गेशे नेगी, किन्नौर जिले के पुह तहसील के निवासी, और अंकित, शिमला जिले के ननखड़ी तहसील के निवासी, को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से स्विफ्ट कार को भी जब्त किया गया था। दोनों को उसी दिन न्यायालय में पेश किया गया था।
आगे की जांच में पता चला कि बरामद चिट्टा/हेरोइन इन्होंने अश्वनी कुमार से खरीदा था। तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने अश्वनी कुमार को हरियाणा से गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह संगठित तरीके से नशा तस्करी में लिप्त था, और कंडाघाट क्षेत्र में नशे की सप्लाई की योजना बना रहा था।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि नशा तस्करी के खिलाफ अभियान तेज किया गया है, और इस तरह की कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी। इस मामले में सभी आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच की जा रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा सके। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और क्षेत्र में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।


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