अर्की। सोलन जिले के अर्की उपमंडल में एक ढाबा स्वामी की सुबह के समय ढाबे में ही हृदय गति रुकने से मौत हो गई। ढाबे के कर्मचारी उसे तुरंत चिकित्सालय लेकर गए लेकिन तब उसकी सांसें थम चुकी थीं।
सोलन के एसपपी गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को सिविल अस्पताल अर्की की ओर से अर्की पुलिस थाने को सूचना दी गई कि एक व्यक्ति को उपचार हेतू लाया गया था लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो चकी थी। इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर उसके परिजनों से पूछताछ की। मृतक की शिनाख्त बथालग क्षेत्र के थलोग गांव निवासी बालकृष्ण के रूप में हुई ।
उसके शरीर पर किसी प्रकार के खंरोच याचोट के निशान पाए गए। बताया गया कि बाल कृष्ण शालाघाट के समीप खिड़ीघाटी में अपना ढाबा चलाता था। गुरुवार को सुबह 07.50 बजे के आसपास वह अचानक से लड़खड़ा कर फर्श पर गिर गया।
जिसे ढाबा में काम कर रहे अन्य लोगों ने उसे उठाने की कोशिश की परन्तु वह कुछ भी नहीं बोल रहा था। जिस पर ढाबा में काम करने वाले लोग उसे उपचार हेतू एम्बुलैंस के माध्यम से उपचार हेतु सिविल अस्पताल लाये परन्तु सिविल अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
मृतक का पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल अकी में करवाकर विसरा प्रीजर्व करवाया गया है। जिसे रासायनिक परीक्षण हेतू राज्य न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा भेजा जा रहा है। अभी तक की जाँच से यही पाया जा रहा है कि मृतक की मृत्यु हृदय गति रुकने के कारण हुई है।
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