नैनीताल। सामान्य रूप से शांत रहने वाला नैनीताल शहर बुधवार रात सांप्रदायिक तनाव की आग में झुलस उठा। एक नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के मामले ने शहर को दहशत और अराजकता की चपेट में ला दिया। रात साढ़े नौ बजे से साढ़े बारह बजे तक मल्लीताल की सड़कों पर उग्र भीड़ ने तांडव मचाया, दुकानों में तोड़फोड़ की, वाहनों को नुकसान पहुंचाया और घरों पर पथराव किया। इस घटना ने शहर के सामाजिक ताने-बाने को गहरी चोट पहुंचाई है।
घटना का केंद्र उस्मान नामक एक बुजुर्ग ठेकेदार है, जिस पर एक नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा। पुलिस के अनुसार, उस्मान ने तीन दिन पहले बालिका को काम के बहाने अपने घर बुलाया और 200 रुपये दिए। अगले दिन उसने अपनी कार में बालिका के साथ दुष्कर्म किया और उसे शहर की एक प्रमुख सड़क पर उतारकर फरार हो गया। बालिका के परिजनों ने बुधवार को पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद आरोपी को हिरासत में लिया गया।
आरोप की खबर शहर में आग की तरह फैली और देखते ही देखते मल्लीताल में गुस्साई भीड़ जमा हो गई। हिंदू संगठनों के नेतृत्व में भीड़ ने मुस्लिम समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। विरोध करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। गाड़ी पड़ाव बाजार में खड़े वाहनों को गिराया गया, दुकानों का सामान फेंका गया और कई घरों पर ईंट-पत्थर फेंके गए, जिससे शीशे टूट गए। भीड़ ने एक धार्मिक स्थल पर भी पथराव किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
माहौल बिगड़ता देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। भीड़ ने मल्लीताल कोतवाली को घेर लिया और आरोपी को उनके हवाले करने की मांग की। कोतवाली के बाहर धरना शुरू हो गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन उग्र लोग एक किलोमीटर के दायरे में बार-बार इकट्ठा होकर पथराव करते रहे। गाड़ी पड़ाव में मकानों पर पथराव से लोग दहशत में आ गए। कई परिवार खिड़कियों से हमलावरों से रुकने की गुहार लगाते रहे। बवाल में कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़ा रुख अपनाया और अराजकता फैलाने वालों को खदेड़ा। कोतवाली में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, तोड़फोड़ और पथराव करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना के बाद कई संगठनों ने गुरुवार को नैनीताल बाजार बंद का ऐलान किया है। शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस अतिरिक्त बल तैनात कर स्थिति पर नजर रख रही है। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था की चुनौती है, बल्कि सामुदायिक सौहार्द को भी गहरी चोट पहुंचाने वाली है।
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