हल्द्वानी। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने हल्द्वानी में हाल ही में हुई दो चैन स्नैचिंग की घटनाओं का खुलासा करते हुए तीन शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी की घोषणा की। हल्द्वानी के बहुउद्देशीय भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस की त्वरित और तकनीकी जांच का परिणाम है, जिसने शहर में बढ़ते स्नैचिंग के मामलों पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सफलता हासिल करने वाली पुलिस टीम को नकद पुरस्कार से सम्मानित करने का भी ऐलान किया है।
एसएसपी मीणा ने बताया कि 18 और 20 अप्रैल 2025 को हल्द्वानी के टीपी नगर और मंडी चौकी क्षेत्र में दो अलग-अलग घटनाओं में मोटरसाइकिल सवार अज्ञात बदमाशों ने महिलाओं के गले से सोने के पेंडेंट छीनकर फरार हो गए थे। इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी थी। इसके बाद 24 अप्रैल को थाना हल्द्वानी में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए और अपराधियों के अनावरण के लिए विशेष पुलिस टीमों का गठन किया।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र और सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हल्द्वानी राजेश यादव के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने हल्द्वानी, रुद्रपुर, गदरपुर, लालकुआं और पंतनगर क्षेत्रों में लगे 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का गहन विश्लेषण किया। साथ ही, मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर पूर्व में लूट की घटनाओं में शामिल अपराधियों से पूछताछ की गई। इन सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप 27 अप्रैल 2025 को टांडा बैरियर पर पुलिस ने दो मुख्य युवकों यूपी के रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र निवासी फिरोज गांधी और रामपुर के ही सिवि लाइन थाना क्षेत्र निवासी रामपुर का हिस्ट्रीशीटर मुन्ना उर्फ चुना को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से लूटे गए दो सोने के पेंडेंट और घटना में प्रयुक्त काले रंग की पल्सर बाइक यूपी-22के8487 बरामद की गई।
पुलिस ने अभियुक्तों से गहन पूछताछ के लिए कस्टडी रिमांड लिया। उनकी निशानदेही पर रामपुर के ज्वालानगर निवासी ज्वैलर उमेश रस्तोगी को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने लूटे गए आभूषण खरीदकर अपराध को बढ़ावा दिया था। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे बाइक का नंबर प्लेट हटाकर कम भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अकेली महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाते थे। लूटे गए आभूषणों को वे रामपुर के ज्वैलर को बेचकर आपस में पैसे बांट लेते थे। फिरोज गांधी के खिलाफ पहले से चार आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि मुन्ना उर्फ चुना रामपुर का हिस्ट्रीशीटर है।
एसएसपी मीणा ने इस सफलता के लिए पुलिस टीम की सराहना की और उनके उत्साहवर्धन के लिए 2500 रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी स्नैचिंग जैसे अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण का प्रमाण है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और उनके नेटवर्क की जांच कर रही है।
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