सोलन। चैत्र शुक्ल नवरात्रि के षष्ठम नवरात्र पर नवरात्रि उत्सव मंडल व नव दुर्गा संकीर्तन मंडल के सदस्यों ने मिलकर सोलन के शूलिनी माता मंदिर परिसर में कात्यायनी देवी माता का नवरात्र पढ़ा।
मंडल के सदस्य व समाजसेवी मुकेश गुप्ता ने माता देवी कात्यायनी के बारे में संक्षिप्त वर्णन किया। गुप्ता ने कहा की कात्यायनी दुर्गा मां का षष्ठम रूप है। वे अत्याचारी राक्षस महिषासुर का वध करने वाली है।
वह नवदुर्गाओं में छठवीं हैं। उनके चार, दस या अठ्ठारह हाथ हैं। गुप्ता ने सोलन शहर व शहर वासियों के लिए खुशहाली की कामना की। मंदिर जय कात्यायनी, जय श्री श्याम, जय श्री राम व जय शूलिनी मां जयकारों से गूंज उठा। एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है, जय जय जयकारा शेरावाली दा, लाज बचाओ जगदंबे हो जग जननी महामाया,प्रभुजी तेरा वंदन करते हैं, मां मेरे घर आओगे, भीगी पलकों ने तेरा नाम पुकारा है, आओ मात जी तेरा मंदिर सजाया है, जे मां आए साढ़े बूहे ,मेरे घर के आगे साईंराम तेरा मंदिर बन जाए, व अन्य भजनों को हरीश मारवाह,प्रदीप अंग्रेवर,राकेश अग्रवाल, ,विकास ओबराए, अमित ओबराए, किशन ग्रोवर,मोहन दत्त शर्मा ने बहुत मधुर स्वरों के साथविकास ओबराए, रमेश सिंगला, जगमोहन खन्ना,सुन्नी गुप्ता,छोटू, राज कुमार,अशोक गागट, राजकुमार भारद्वाज,राजेश सूद, कुलदीप सिंगला और अन्य भक्तजनों ने मिलकर माता का गुणगान किया।
इस दौरान बड़ी संख्या में नगरवासियों ने मंदिर पहुंच कर मां शूलिनी के दर्शन किए।


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