भीमताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के बबियाड-दुदुली-अमदो मोटरमार्ग के भारी बारिश के कारण पिछले एक हफ्ते से बंद पड़े होने से स्थानीय ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। सामाजिक कार्यकर्ता रमेश टम्टा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन दावा कर रहे हैं कि सभी बंद मार्ग खोल दिए गए हैं, लेकिन यह सड़क अब तक अवरुद्ध है।
सड़क पर जमा मलबे के कारण किसानों की फसलें खेतों में सड़ रही हैं, मरीजों को डोली के सहारे किलोमीटरों पैदल चलकर अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है, और बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय, खेती और दूध उत्पादन, पूरी तरह ठप हो गया है।
टम्टा ने बताया कि ग्रामीण जान जोखिम में डालकर टूटी सड़कों पर सब्जियां हल्द्वानी तक ले जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन केवल कागजी निरीक्षण तक सीमित है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद और विधायक पर भी जनता की समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया, जो पंचायत चुनावों में व्यस्त हैं।
टम्टा ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सड़क नहीं खोली गई, तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे। यह स्थिति उत्तराखंड में हाल की आपदाओं, जैसे उत्तरकाशी और टिहरी में भूस्खलन, के बीच प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाती है।
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