शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश ने तबाही मचाई है। मंगलवार, 19 अगस्त 2025 को राजधानी शिमला के बैनमोर वार्ड में राजभवन क्षेत्र में देर रात भूस्खलन के कारण सड़क बंद हो गई, और कई आवासों को खतरा पैदा हो गया। प्रशासन ने इन आवासों को खाली करवाना शुरू कर दिया है।
सुबह महापौर सुरेंद्र चौहान, नगर निगम और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत कार्यों का जायजा लिया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी नुकसान का निरीक्षण किया। शिमला के भट्टाकुफर फल मंडी में मंगलवार सुबह 8:30 बजे पहाड़ी दरकने से पत्थर गिरे, जिससे ऑक्शन यार्ड की जालियां टूट गईं।
कारोबार के दौरान यह घटना होने से आढ़ती भागकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे। सौभाग्यवश, कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मंडी जिले के पधर उपमंडल की चौहारघाटी में सोमवार रात और मंगलवार सुबह हुई भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई।
शिल्हबुधाणी और तरस्वण पंचायतें सबसे अधिक प्रभावित हुईं, जहां 6 फीट चौड़ा पुल, एक वाहन, एक दुकान और सैकड़ों बीघा फसल बाढ़ में बह गई। ग्राम पंचायत शिल्हबुधाणी के प्रधान प्रेम सिंह और तरस्वण के प्रधान जय सिंह ने बताया कि नाले उफान पर थे, लेकिन लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण लेकर जान बचाई।
एसडीएम पधर सुरजीत सिंह, लोक निर्माण विभाग के एसडीओ भगत राम यादव और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर राहत कार्यों के लिए पहुंचीं। एसडीएम ने क्षेत्र के स्कूलों में मंगलवार को अवकाश घोषित कर दिया।
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