नालागढ़: सरकारों ने नहीं सुनी तो 15 अगस्त पर लोगों ने खुद भर दिए सड़क पर पड़े गड्ढे - सत्यमेव जयते

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Saturday, August 16, 2025

नालागढ़: सरकारों ने नहीं सुनी तो 15 अगस्त पर लोगों ने खुद भर दिए सड़क पर पड़े गड्ढे



नालागढ़। 79वां स्वतंत्रता दिवस एक अनोखे और प्रेरणादायक अंदाज में मनाया गया। उपमंडल नालागढ़ के शहर वासियों ने इस अवसर पर न केवल देशभक्ति का जज्बा दिखाया, बल्कि नेशनल हाईवे-105 (बद्दी-नालागढ़) की खस्ता हालत को सुधारने के लिए स्वयं मशीनें लगाकर गड्ढों को भरने का कार्य शुरू किया। 

यह सड़क, जो हिमाचल के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से होकर गुजरती है, लंबे समय से बदहाल स्थिति में है। बड़े-बड़े गड्ढों और बारिश में जलभराव के कारण इस मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिससे कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। 

स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों ने सरकार की उदासीनता पर गहरा रोष जताते हुए स्वतंत्रता दिवस के मौके पर खुद सड़क सुधारने का बीड़ा उठाया, जिसे उन्होंने आजादी के असल मायने बताया। इस मौके पर हिंदू संगठनों एकत्रित होकर प्रदेश की सुखविंदर सिंह ठाकुर की सरकार को निकम्मा करार देते हुए उसके खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया गया और चेतावनी देकर कहा गया कि जब तक सरकार गहरी नींद से नहीं जागती तब तक वह मशीनें लगाकर गड्ढे भरने का कार्य जारी रखेंगे।



नेशनल हाईवे-105, जो पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ को जोड़ता है, पिछले कई वर्षों से फोरलेन निर्माण के अधर में लटका हुआ है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे, बारिश में जलभराव, और निर्माण कार्य की कछुआ गति ने स्थानीय लोगों और उद्योगपतियों को परेशान कर रखा है। इस मार्ग की खस्ता हालत के कारण न केवल आवागमन में दिक्कत हो रही है, बल्कि हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है। 


स्थानीय लोगों का कहना है कि बद्दी-नालागढ़ क्षेत्र, जो सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व देता है, मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। राष्ट्रीय गौ रक्षा दल के अध्यक्ष डीडी राणा ने कहा, "प्रदेश की सुखविंदर सिंह सरकार बड़े-बड़े वादे तो करती है, लेकिन सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हमें आजादी के 79 साल बाद भी गुलामी का अहसास हो रहा है, क्योंकि मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं।"


क्षेत्र वासियों और हिंदू संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस पर अपनी एकता और जज्बे का परिचय देते हुए NH-105 के गड्ढों को भरने के लिए पैसे जुटाए और मशीनें लगाकर सड़क की मरम्मत शुरू की। स्थानीय लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि यह क्षेत्र सरकार को टैक्स और जीएसटी के रूप में भारी राजस्व देता है, लेकिन बदले में सड़कों की मरम्मत तक नहीं हो रही। 

डीडी राणा ने चेतावनी दी, "अगर सरकार ने जल्द ही इस मार्ग की दशा नहीं सुधारी, तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।" हिंदू संगठनों के सदस्यों ने बताया कि वे धनी लोगों के सहयोग से सड़क के गड्ढों को भर रहे हैं ताकि हादसों से लोगों की जान बचाई जा सके। इस अनोखे प्रयास ने न केवल स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि सरकार की नाकामी को भी उजागर किया।

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