देहरादून। उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने जहां मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत दी है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में यह अब मुश्किलें खड़ी करने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों ने बुधवार और गुरुवार को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। इस कारण गाड़-गदेरों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विशेष रूप से चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन पर्वतीय इलाकों, खासकर उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि और बर्फबारी हो सकती है। उन्होंने लोगों को गाड़-गदेरों के आसपास न रुकने की हिदायत दी है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि बारिश और ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट आ सकती है। तीर्थयात्रियों को गर्म कपड़े, रेनकोट और अन्य जरूरी सामान साथ रखने को कहा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 मई तक प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला रहेगा।
देहरादून में मंगलवार शाम को करीब एक घंटे तक हुई झमाझम बारिश ने मौसम को सुहाना कर दिया। हालांकि, इससे कई निचले इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मंगलवार को सुबह मौसम साफ रहा और धूप खिलने से गर्मी का अहसास हुआ, लेकिन बीच-बीच में चल रही हवाओं ने तापमान को नियंत्रित रखा। देहरादून का अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, बुधवार को भी देहरादून में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना है। अन्य जिलों में भी मौसम का यही हाल रहेगा। बारिश के कारण नदियों और नालों में अचानक पानी बढ़ सकता है, जिससे भूस्खलन और सड़क जाम होने का खतरा भी बना हुआ है।
मौसम विभाग ने प्रशासन और स्थानीय लोगों से सतर्क रहने को कहा है। चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो। यह बारिश जहां किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम की ताजा जानकारी लेते रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
No comments:
Post a Comment